पंगार चुल्ला पीक पर तिरंगे के साथ लहराएगी स्पोर्ट्स स्कूल की पताका

पंगार चुल्ला पीक पर तिरंगे के साथ लहराएगी स्पोर्ट्स स्कूल की पताका

पंगार चुल्ला पीक पर तिरंगे के साथ लहराएगी स्पोर्ट्स स्कूल की पताका

पंगार चुल्ला पीक पर तिरंगे के साथ लहराएगी स्पोर्ट्स स्कूल की पताका

राई स्कूल के 2012 बैच के विद्यार्थी परीक्षित अहलावत बने पर्वतारोही
  
पहली बार 14 हजार 600 फीट की ऊंचाई तक पहुंचेंगा राई स्कूल का नाम
 
स्कूल प्रिंसिपल एंड डायरेक्टर से मुलाकात कर लिया स्कूल का झंडा

चंडीगढ़, 23 जनवरी। मोतीलाल नेहरू स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स राई (सोनीपत) इन दिनों सुर्खियों में है। आस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी में एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर बनीं यहां की छात्रा प्रकृति मलिक के बाद अब 2012 बैच के विद्यार्थी परीक्षित अहलावत ने स्कूल का नाम हिमाचल की ऊंची पहाड़ियों तक पहुंचाने का मन बना लिया है। टूर एंड टूरिज्म में मास्टर्स कर चुके परीक्षित उत्तराखंड की पंगार चुल्ला पीक पर ट्रैकिंग के लिए जा रहे हैं।
पर्वतारोही बन चुके परीक्षित ने अपने इस नये मिशन पर जाने से पहले स्कूल प्रिंसिपल एंड डायरेक्टर कर्नल अशोक मोर से मुलाकात की। इतना ही नहीं, परीक्षित अपने साथ स्कूल का झंडा लेकर गया है ताकि पंगार चुल्ला की चोटी पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के साथ स्कूल की पताका भी फहरा सके। यह अपनी तरह की पहली उपलब्धि होगी, जो स्पोर्ट्स स्कूल के नाम होगी। कर्नल अशोक मोर ने परीक्षित अहलावत को उनकी कामयाबी के लिए शुभकामनाएं दी हैं।

पंगार चुल्ला पीक पर तिरंगे के साथ लहराएगी स्पोर्ट्स स्कूल की पताका


इतना ही नहीं, प्रिंसिपल से मुलाकात के दौरान परीक्षित अहलावत ने कहा है कि वह स्कूल में साहसिक गतिविधियों में भी सहयोग करना चाहते हैं। यहां पढ़ रहे विद्यार्थियों को एडवेंचर स्पोर्ट्स को लेकर परीक्षित अपने अनुभव सांझा करेंगे। उत्तराखंड में जिस पहाड़ी की चोटी को फतह करने के लिए परीक्षित रवाना हुए हैं, उसकी ऊंचाई 14 हजार 600 फीट है। वे इससे पहले भी कई बार पर्वतारोहण कर चुके हैं और कई ऊंची चोटियों पर तिरंगा लहरा कर स्कूल का नाम रोशन किया है।
2012-15 में बीए जियो ऑनर्स करने के बाद परीक्षित ने 2015-17 में यात्रा और पर्यटन प्रबंधन में मास्टर डिग्री पूरी की। इतना ही नहीं, उन्होंने हिमालय पर्वतारोहण संस्थान से अल्फा ग्रेड के साथ अपना मूल पर्वतारोहण का पाठ्यक्रम भी पूरा किया है। हिमालय पर्वतारोहण संस्थान एडवांस माउंटेनिंग कोर्स भी परीक्षित ने 'ए' ग्रेड के साथ पूरा किया। श्रीनगर के गुलमर्ग स्थित जवाहर पर्वतारोहण संस्थान से परीक्षित ने बेसिक स्नो स्कीइंग कोर्स भी किया है।
 
अभी तक नाप चुका चार चोटियां
परीक्षित अहलावत ने बेसिक ट्रेनिंग के बाद सबसे पहले अक्तूबर 2019 में रेनोक पीक पर तिरंगा लहराया। इसके बाद उन्होंने गुलमर्ग में स्नो स्कीइंग में सफलता के झंडे गाड़े। जनवरी-2021 में परीक्षित ने केदार कांथा ट्रैक में भाग लिया और पहाड़ी की चोटी को नापने में कामयाब रहे। नवंबर-2021 में उन्होंने 18 हजार 500 फीट ऊंची बीसी रॉय पीक को छूने में सफलता हासिल की।
 
जानिए क्या कहते हैं पीएंडडी
मैं परीक्षित अहलावत को उनके नये मिशन के लिए शुभकामनाएं देता हूं। हमारे लिए यह गौरव वाली बात है कि स्पोर्ट्स स्कूल का पूर्व छात्र पर्वतारोही बना है। इससे भी अधिक खुशी की बात यह है कि इस बार वह अपने नये मिशन के लिए स्कूल की पताका लेकर गया है। परीक्षित स्कूल के मौजूदा ही नहीं, पूर्व विद्यार्थियों के लिए भी एक मिसाल है। बड़ी संख्या में पूर्व विद्यार्थी अभी भी स्कूल के साथ जुड़े हुए हैं और अपने अनुभव साझा कर रहे हैं।
-कर्नल अशोक मोर, पीएंडडी, एमएनएसएस राई।